Saturday 28 March 2020

लोग आपके कदमों में झुकेंगे,आपकी हर बात मानेंगे (48 Law of Power book summary)


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Monday 23 March 2020

दूसरों से काम निकलवाने के तरीके सीखे II 48 laws of power book summary in Hindi


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शत्रु को वश मे करना और उससे काम निकलवाना सीखे II 48 LAW OF POWER BOOK SUMMARY IN HINDI


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Sunday 15 March 2020

आज के आधुनिक युग मे दूसरों से कैसे काम निलवाने और नुकसान से बचने के तरीके

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आज के आधुनिक युग मे दूसरों से कैसे काम निलवाने और नुकसान से बचने के तरीके 

दोस्तों इस पोस्ट में मैं आपके साथ शक्ति के 48 नियम बुक से कुछ बाते शेयर करूंगा जो कि आज के आधुनिक युग में लोग अपना काम निकालने के लिए प्रयोग करते है। इतिहास इस बात का गवाह है कि इन नियमो का प्रयोग करके मे कई लोगो ने अपने जीवन मे सुधार किया है। आप भी गर चाहे तो इन नियमो का प्रयोग कर सकते है क्योंकि Compitition के इस दौर मे क्या पता कौन कितना पीछे रह जाए।       

1.कभी भी बॉस से श्रेष्ठ ना दिखे - इस नियम के अंतर्गत Author Robert Greene बताते हैं कि अपने से ऊचे पद पर बैठे लोगो को यह महसूस करने दें कि वे आप से ज्यादा काबिल हैं। उन्हें खुश और प्रभावित करने के लिए अपनी योग्यताओं का जरूरत से ज्यादा प्रदर्शन ना करें। अगर आप ऐसा करेंगे तो परिणाम यह होगा कि वह खुद को असुरक्षित महसूस करेंगे। क्योंकि ऊंचे पद पर बैठे लोग राजा और रानी की तरह होते हैं और वे अपने पद पर सुरक्षित महसूस करना चाहते हैं। वे बुद्धि, बातचीत और आकर्षण के मामले में अपने आसपास के लोगों से श्रेष्ठ दिखना चाहते हैं। आप भूल से भी यह न सोचे कि आप अपनी प्रतिभा और गुणों का प्रदर्शन करके आप बॉस की सदभावना हासिल कर लेंगे। हो सकता है बॉस ऊपर से तो आपकी प्रशंसा करने का नाटक करें। लेकिन मौका मिलते ही वह आपकी जगह पर किसी कम बुद्धिमान, कम आकर्षक और खतरनाक लगने वाले व्यक्ति को नियुक्त कर देगा। किसी भी तरह की श्रेष्ठा लोगों को नापसंद होती है और वे उसकी निंदा करते हैं।

2.मित्रों पर कभी ज्यादा भरोसा ना करें - यह स्वभाविक है कि जरूरत पड़ने पर हम अपने मित्रों को काम पर रखना चाहते हैं। दिक्कत यह है कि आप अपने मित्रों को उतनी अच्छी तरह से नहीं जानते हैं जितना आपको लगता है। मित्र अक्सर बहस मिटाने के लिए आपकी हां में हां मिला देते हैं। आपको कष्ट ना पहुंचे इसलिए अपने गुणों छुपा लेते हैं। आप जब मजाक करते हैं तो वह थोड़ा ज्यादा हंसते हैं क्योंकि ईमानदारी और सच्चाई से मित्रता की नींव मजबूत नहीं होती है। इसलिए वास्तव में आपको यह पता ही नहीं होता कि आपके बारे में आपके मित्रों की असली भावनाएं क्या है। मित्र आपके मुंह पर तो यही कहेंगे कि उन्हें आपकी कविता बहुत अच्छी लगती है। आपका गाना बजाना बेहद पसंद है। आपके कपड़ों की choice बहुत अच्छी है। हो सकता है वह आपकी सच्ची तारीफ कर रहे हो।  

लेकिन ऐसा होता नहीं है जब आप अपने किसी मित्र को नौकरी पर रखने का निर्णय लेते हैं तो उसके वे सभी गुण आपके सामने धीरे-धीरे आते हैं जिन्हें उसने अब तक छिपा रखा था। अजीब बात यह है कि आपकी उदारता के इस काम से संबंधों का संतुलन बिगड़ जाता है। क्योंकि सभी लोग यह महसूस करना चाहते हैं कि उन्हें यह अवसर अपने दम पर मिला है। वे आपके दिये हुये काम को एहसान जानते हैं क्योंकि यह काम उन्हें उनकी योग्यता के कारण नहीं मिला होता है जिससे वे मन ही मन परेशान हो जाते हैं।  

3.अपनी इरादे छुपा कर रखें- आप किस उद्देश्य से काम कर रहे हैं यह दूसरों के सामने जाहिर ना होने दें। इससे लोग अंधेरे में रहेंगे और अपनी योजना नहीं बना पाएंगे। अगर उन्हें इस बात का अंदाजा ही नहीं हुआ कि आप क्या करना चाहते हैं तो वह अपनी रक्षा की योजना नहीं बना सकते। इस तरह आप उन्हें गलत दिशा में काफी दूर तक ले जा सकते हैं और काफी समय तक गुमराह कर सकते हैं। जब तक उन्हें इरादों का एहसास होगा तब तक बहुत देर हो चुकी होगी।

यहा पर Author  रॉबर्ट ग्रीन हमें बताते हैं कि इंसान को अपने चेहरे पर एक नकाब इस्तेमाल करना चाहिए। नकाब से उनका मतलब है चेहरे के भाव को छुपाना। आपके अंदर क्या चल रहा है वह आपके चेहरे पर नहीं आना चाहिए। उदासी और भावहीन चेहरे के पीछे हर तरह के विनाशकारी योजना बनाई जा सकती है जिसकी किसी को भनक भी नहीं लगेगी। इतिहास के सबसे शक्तिशाली लोग इस हथियार का इस्तेमाल करने में निपुण थे।

उदाहरण के लिए भेड़ कभी अचानक हमला नहीं करती है। कभी धोखा नहीं देती है बहुत ही सीधी और आज्ञाकारी होती है। भेड़ की खाल पहन कर लोमड़ी बड़े आराम से मुर्गियों के दबड़े में घुस सकती है।  

4.हमेशा जरूरत से कम बोलें- आप जितना ज्यादा बोलेंगे उतने ही ज्यादा साधारण नजर आएंगे और आपका नियंत्रण उतना ही कम होगा। अगर आप अपनी बात को स्पष्ट, गोलमोल और अजीब रखेंगे तो आपकी नीरबाभी मौलिक लगेगी। सशक्त लोग कम बोलकर प्रभावित करते हैं और रोबदार दिखते हैं। इस बात की ज्यादा संभावना होती है कि ज्यादा बोलते समय आपके मुंह से कोई ना कोई मूर्खतापूर्ण बात निकल ही जाएगी।  

उदाहरण के लिए एक बार किसी राज्य में कैदी को मृत्युदंड दिया गया। लेकिन जब उसको मृत्युदंड के लिए फांसी पर ले जाया जा रहा था तो फांसी देते समय वह रस्सी टूट जाती है और वह कैदी बच जाता है। उस वक्त इस तरह की घटनाएं ईश्वर का इंसाफ मान जाती थी। जो व्यक्ति मृत्युदंड से इस प्रकार बता था उसे आमतौर पर माफ कर दिया जाता था। जब वह कैदी अपने पैरों पर खड़ा हुआ तो उसे चोट लगी हुई थी लेकिन उसे यकीन था कि उसकी जान बच गई है। अपने बड़बोलेपन की आदत के कारण वह वहाँ पर उपस्तिथ लोगो से कहता है कि तुम लोगों ने देखा कि यहा के लोग कोई भी काम ठीक तरह से नहीं कर सकते हैं। इन्हे तो रस्सी भी बनानी नही आती है।   

एक संदेशवाहक तत्काल यह खबर लेकर सम्राट के पास गया कि मृत्युदंड नहीं दिया जा सका। इस निराशाजनक खबर से चिंतित होने के बावजूद राजा माफीनामा पर हस्ताक्षर करने लगे। लेकिन तभी उन्होंने संदेशवाहक से पूछा क्या इस घटना के बाद उस कैदी ने कुछ कहा था। संदेशवाहक ने जवाब दिया उसने कहा था कि राजा के लोगों को तो रस्सी बनाने भी नहीं आती है। सम्राट ने गुस्से से माफीनामी को फाड़ते हुए कहा अगर ऐसी बात है तो हम उसकी बात को गलत साबित करके दिखा देंगे। कैदी को दोबारा फांसी के फंदे पर लटकाया इस बार रस्सी नहीं टूटी। इसलिए अपने शब्दों को नियंत्रण में रखें क्योंकि जल्दबाजी में बिना सोचे समझे बोले गए शब्दों से कभी-कभी बहुत ज्यादा कीमत चुकानी पड़ती है।

5.प्रतिष्ठा पर बहुत कुछ निर्भर करता है हर कीमत पर इसकी रक्षा करें- आपकी प्रतिष्ठा आपकी शक्ति के नीव है। सिर्फ प्रतिष्ठा के माध्यम से ही आप दबदबा क़ायम कर सकते हैं और विजय पा सकते हैं। जरा सी भी प्रतिष्ठा खराब हो जाने पर आप असुरक्षित हो जाएंगे और आप पर सभी दिशाओं से हमला होने लगेगा। ऐसी प्रतिष्ठा बनाए कि उस पर कोई हमला न कर सके।

द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान उत्तर अफ्रीकी रेगिस्तान में लड़ते समय जर्मन सेनापति रोमन ने चालाकी और धोखेबाजी की ऐसी प्रतिष्ठा बना ली थी जिससे उनसे लड़ने वाली हर सेना दहशत में आ जाती थी।  हालांकि उनकी सेना मुट्ठी भर बची थी ब्रिटिश टेकों की संख्या उनसे 5 गुना ज्यादा थी लेकिन रोमके आने की खबर सुनते ही पूरे शहर खाली हो जाते थे।

6.हर कीमत पर सबका ध्यान आकर्षित करें- हर चीज का मूल्यांकन दिखने के आधार पर किया जाता है। जो दिखता है वो ही बिकता है। जो नजर नहीं आता है उसका कोई मूल्य ही नहीं होता है। इसलिए भीड़ का हिस्सा ना बने और गुमनामी में दफन होकर ना रहें। सबसे अलग हटकर देखें। हर कीमत पर लोगों की नजरों में रहे। अपनी personality को इतना आकर्षक और चुंबकिये बनाए कि सबका ध्यान आपकी तरफ खींचा आए। 

एक बार लोगों की नजरों में चढ़ने के बाद आपको उनका ध्यान आकर्षित करने के नए-नए तरीके खोजने चाहिए। अगर आप ऐसा नहीं करेंगे तो लोग बाग़ आपसे उजाएंगे और आप की तरफ ज्यादा ध्यान नहीं देंगे और किसी नए सितारे की तरफ आकर्षित हो जाएंगे।

Author  बताते है कि मशहूर पेंटर पाब्लो पिकासो ने खुद को कभी गुमनामी की पृष्ठभूमि में गुम नहीं होने दिया। वो हमेशा लोगो के सामने एक नई तस्वीर रखते थे। जो की लोगो की सोच के विपरीत होती थी। वे यह मानते थे कि लोग उनकी पेंटिंग की शैली से ज्यादा परिचित हो इससे पहले ही कुछ बुरी और विचलित करने वाली पेंटिंग बनाकर उन्हें हैरान कर देना चाहिए। यह अच्छी तरह से समझ ले लोखुद को उस व्यक्ति से श्रेष्ठ मानते हैं जिसके काम के बारे में पहले से भविष्यवाणी कर सकते हैं। अगर आप उनकी अपेक्षाओं के विपरीत जाकर उन्हें बता देते हैं कि नियंत्रण की बागडोर आपके हाथ में हैं तो आपको उनका सम्मान भी मिलेगा और आप लंबे समय तक उनका ध्यान भी आकर्षित कर पाएंगे।

7.काम दूसरों से करवाए लेकिन श्रेय खुद ले- अपने लक्ष्य तक पहुंचने के लिए दूसरों की समझदारी, ज्ञान और मेहनत का इस्तेमाल करें। इस तरह से आप ना सिर्फ अपना बहुमूल्य समय और ऊर्जा बचाएंगे बल्कि इससे यह छवि भी बनेगी कि आप बहुत Perfect and  fast  हैं. लोग आपको याद रखेंगे और आपके सहायक गुमनामी के अंधेरे में खोकर रह जाएंगे.  दूसरों से जो काम करवा सकते हैं उसे खुद कभी ना करें.  

Author  बताते है कि कलाकार पीटर के करियमें उनकी पेंटिंग्स की मांग बहुत बढ़ गई थी। उन्होंने एक सिस्टम बना लिया था। वे अपने बड़े स्टूडियो में दर्जनों अच्छे पेंटर्स को नौकरी पर रखते थे। उनमें से एक कपड़े बनाने में माहिर था तो दूसरा पृष्ठभूमि बनाने में, इसी तरह बाकी क्षेत्रों के विशेषज्ञ भी मौजूद थे। उनके स्टूडियो में एक  साथ बहुत से चित्रों पर काम चलता था। लेकिन जब कोई महत्वपूर्ण ग्राहक स्टूडियो देखने आता था तो वे बाकी सभी को भगा देते थे। जब ग्राहक बालकनी से देखता था तो उसे पीटर तेजी से कई पेंटिंग्स पर एक साथ काम करते दिखाई देते थे। ग्राहक हैरान रह जाता था कि यह व्यक्ति कितना असाधारण है जो इतने कम समय में इतनी सारे मास्टर पीस पेंट कर सकता है। यही इस नियम का सार है कि काम दूसरों से करवाना सीखे और credit  खुद ले। ताकि लोगों को यह लगे कि आप में अनूठी शक्ति है।  

यदि आप हर काम खुद करना चाहोगे तो आपकी ऊर्जा खामखा बर्बाद होगी और आप थकान के मारे निढाल हो जाएंगे। ऐसे लोगों को ढूंढे जिनमें आपसे ज्यादा योग्यताएं हो। उन्हें नौकरी पर रख ले और उनके काम पर अपने नाम का लेवल लगाना शुरु कर दे या फिर उनके काम पर अपना नाम चिपकाने का कोई और तरीका खोजें। इस तरह से उनकी रचनात्मकता लोगों के सामने आपकी रचनात्मकता बन जाती है और आप जीनियस नजर आने लगते हैं।  

इस नियम का इस्तेमाल प्राचीन काल के लेखक शेक्सपियर भी करते थे। साहित्य की खोज करते समय उन्होंने अतीत के लोगों की सफलताओं का सहारा लिया था। उन्होने दूसरों की कहानियों पर नाटक लिखे और खूब नाम कमाया। बाद मे कितने सारे लेखकों ने शेक्सपियर से सीखा और उनकी कथाओ को चुराकर नाम कमाया।

Saturday 7 March 2020

Friday 6 March 2020

जीवन मे पैसा ,प्यार और सुख चाहते है तो इन नियमो को अपनाये

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जीवन मे पैसा ,प्यार और सुख चाहते है तो इन नियमो को अपनाये 

दोस्तो यदि आप रेगुलर इनकम के बाद भी अपने जीवन मे पैसो की तंगी झेल रहे है और आप इस तंगी से छुटकारा पाना चाहते है। तो इस पोस्ट मे हम सबसे पहले उन कारणो की बात करेंगे और उसके बाद कैसे उन सभी समस्याओ से छुटकारा पाया जाए उसके बारे मे बात करेंगे।       

इस पोस्ट को मैंने डॉ. रोबोट कियोसाकी की BOOK RICH DAD POOR DAD की मदद से बनाया है । डॉ. रोबोट बताते हैं कि जब हमे सैलरी मिलती है या हमे कही से भी इनकम होती है। तो हम सबसे पहले अपने सभी जरूरी खर्चो की पेमेंट के लिए पैसे निकालते है। जैसे राशन का बिल, दूध का बिल ,बिजली का बिल, बच्चो की फीस, कपड़े, पेट्रोल इत्यादि। हम अपनी मेहनत की कमाई से हरएक उस  इंसान को पेमेंट करते है। जिसने हमारे लिए किसी भी प्रकार की सर्विस की है।

लेकिन दूसरों को अदायेगी करते करते हम यह भूल जाते है कि हमे खुद को भी अदा करना है। क्योंकि जब तक हम खुद के लिए कुछ नही बचाएंगे तब तक हम इस गरीबी से उभर नही पाएंगे। इसलिए हमे  अपनी कमाई का कुछ हिस्सा अपने लिए पहले ही अलग रख लेना चाहिए।   

यहाँ पर डॉ. रोबोट हमे बताते है कि खुद को पैसा देने के बाद हमारे पास टैक्स चुकाने और दूसरे लेनदारो को पैसा देने का इतना ज्यादा दवाब होता है कि हमे आमदनी के दूसरे रास्ते खोजने पढ़ते हैं।  पैसे चुकाने के लिए हम ओवरटाइम करते है या दूसरे काम शुरू करते है। या और अधिक पढ़ाई करते है या और अधिक सीखते है। हम यह सोचने पर मजबूर हो जाते है कि ऐसा क्या किया जाए जिससे हम और अधिक पैसे कमा सके।     

लेकिन यदि हम सबसे आखिर में खुद को पैसे देते है तो हमारे उपर कोई दबाव नहीं पड़ता। परंतु हमारे  पास कभी पैसे भी नहीं होते । क्योंकि अपनी खर्चीली आदतों के कारण हम अपने लिए बिल्कुल भी पैसे नहीं बचा पाते और FINANCIALLY हम कमजोर हो जाते है। इसलिए हमारे बॉस, मैनेजर, टैक्स वसूलने वाले, और मकान मालिक जैसे लोग हमे जिंदगी भर इधर-उधर ठोकर मारते रहते है। ठोकर मारने से मेरा मतलब है हमारे पास पैसे न होने के कारण हमे उनकी झिक झिक सहन करनी पड़ती है और इसका सिर्फ एक ही कारण है कि पैसे के बारे में हमारी आदतें अच्छी नहीं है।
जब हमारे पास एक भी पैसा आता है तो यह हमारे हाथ में होता है कि हम भविष्य में अमीर, गरीब या मध्यवर्गीय बनने का विकल्प चुने। हमारे खर्च करने की आदतें बताती हैं कि हम कौन हैं। गरीब लोगों की खर्च करने की आदतें गरीबी की होती है।  

ज्यादातर लोग अमीर न बनने का विकल्प चुनते हैं। 90 फ़ीसदी लोगों के लिए अमीर बनना बहुत झंझट का काम है तो वह इस तरह की कहावत इजाद कर लेते हैं। मेरी पैसे में कोई रुचि नहीं है या मैं कभी अमीर नहीं बनूंगा या मुझे चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है। अभी तो मैं जवान हूं या मेरे पति या मेरी पत्नी फाइनेंशियली घर को संभालते हैं। मेरे हाथ मे कुछ नही है। मेरे तो पूर्वज भी गरीब थे तो भला मै कैसे अमीर बन सकता हूँ।    

इन शब्दो के साथ समस्या यह है कि जब आप इन शब्दो को रोजाना बोलते या सुनते हैं तो आप अपने दिमाग को गरीब रहने के लिए सिग्नल देते है । जिससे आप जाने अनजाने मे सदा गरीब रहने का OPTION चुन लेते है।   

डॉ रोबोट बताते है कि OPTION चुनने की ताकत हम सभी के पास होती हैं। यदि आप अमीर बनने का OPTION चुनते है तभी आपका दिमाग अमीर बनने के ideas आपको देता है। वास्तव में आपके पास जो इकलौती असली संपत्ति है वह है आपका दिमाग। जो आपका सबसे शक्तिशाली यंत्र है जैसे मैंने OPTION की ताकत के बारे में कहा है। हम में से हर एक के पास यह OPTION मौजूद होता है कि हम अपने दिमाग में क्या रखते हैं। आप सारा दिन एमटीवी देख सकते हैं या गोल्फ मैगजीन पढ़ सकते हैं या फाइनेंसियल प्लानिंग की क्लास में जा सकते हैं।

OPTION आप चुनते हैं ज्यादातर लोग बस ईन्वेस्ट्मेंट्स के लिए शेयर या म्यूचुअल फ़ंड खरीदते हैं। परंतु इसके पहले इनवेस्टमेंट के बारे में ज्ञान हासिल करने के लिए जरा भी पैसा खर्च नहीं करते। 

उदहारण के लिए किसी घर मे चोरी हो गई। चोर उनके घर से टीवी और वीसीआर ले गए और किताबें जैसी की तैसी छोड़ गए। इसी तरह हम सभी के पास इसी तरह के विकल्प मौजूद होते हैं। 90 फीसदी लोग टीवी सेट खरीदते हैं और केवल 10 फ़ीसदी लोग बिजनेस आडिओ और पुस्तकें या निवेश पर पैसे खर्च  करते हैं। आप अपने दिमाग को किस प्रकार की जानकारी से भरना चाहते है। यह पूरी तरह आपके उपर निर्भर करता है।  

दूसरा आपकी LIFE मे आप कितने SUCCESSFUL होंगे उसके लिये यह भी जरूरी है कि आप कैसे दोस्त चुनते है और उनकी सलाह पर कितना विश्वास करते है। यहाँ पर डॉ रोबोट आपको चेतावनी देते है नया BUSSINESS या INVESTMENTS करते समय गरीब या डरे हुए लोगों की मत सुनिए।  

मै ऐसा इसलिए नही कह रहा कि मैं गरीबो से नफरत करता हूँ। मेरे कई गरीब दोस्त है जिनसे मैं प्यार  करता हूं। परंतु जब पैसे की बात आती है खासकर BUSSINESS या INVESTMENT की तो उनकी नजर में आसमान हमेशा गिरने वाला होता है। वे डरे हुए होते है। वे आपको हमेशा यह बता सकते हैं कि कोई चीज क्यों कामयाब नहीं होगी। समस्या यह है कि कई लोग उनकी बात सुनते हैं और जो लोग इन निराशावादी विचारों को आंख मूंदकर मान लेते हैं वे कभी शुरू ही नही कर पाते।  

उदहारण के लिये अगर आप सीएनबीसी चैनल देखते हैं जो INVESTMENTS की सूचना देने वाली सोने की खदान है तो उनके पास अक्सर विशेषज्ञों का एक पैनल होता है। एक विशेषज्ञ यही कहेगा कि बाजार धराशाई होने वाला है दूसरा यह कहेगा बाजार में उठाओ आने वाला है। अगर आप स्मार्ट है तो आप दोनों की बात सुनेंगे। अपने दिमाग को खुला रखें क्योंकि दोनों के पास अपने-अपने तर्क हैं दुर्भाग्य से ज्यादातर गरीब डरे हुए लोग इस बात पर ज्यादा ध्यान देते है कि बाज़ार धराशाई होने वाला है।

हर चीज को पाने के लिये एक कीमत चुकानी पड़ती है। यदि आप किसी भी काम से PROFIT कमाना चाहते है तो उसके लिये पहले आपको पैसे खोने का RISK उठाना पड़ता है। लेकिन PROFIT तो सभी चाहते है पर RISK कोई उठाना नही चाहता।

“ जैसेकि मरने के बाद हरेक स्वर्ग मे जाना चाहता है लेकिन स्वर्ग मे जाने के लिए मरना कोई भी नही चाहता “     

परोपकार और देने की शक्ति-  यहाँ पर डॉ रोबोट हमे बताते है कि हमे अपने ज्ञान को हमेशा दूसरों के साथ शेयर करना चाहिए। क्योंकि जब हम अपने ज्ञान को दूसरों के साथ शेयर करते है तो हमे भी दूसरों से कुछ न कुछ नया सीखने को मिलता है। ये कुदरत का अटल नियम है यदि हम कुछ पाना चाहते है तो उससे पहले हमे देना पड़ता है चाहे वह कोई वस्तु हो या पैसा हो ।

जब भी आपको किसी चीज की कमी या जरूरत महसूस हो तो पहले उस चीज को दे दें। बाद में वह बाल्टियों में भरकर आपके पास लौट आएगी। यह पैसा, मुस्कुराहट, प्रेम, दोस्ती सभी के बारे में सही है मैं जानता हूं कि कोई भी व्यक्ति ऐसा नहीं करना चाहेगा। परंतु मैंने ऐसा किया है और उससे फायदा भी उठाया है। रोबोट कहते है कि मैं विश्वास करता हूं कि आदान-प्रदान का सिद्धांत सही है और इसलिए मैं वही चीज देता हूं जो मैं पाना चाहता हूं।

मुझे पैसे चाहिए इसलिए मैं पैसा देता हूं और यह कई गुना होकर मेरे पास वापस आ जाते है। मैं बिक्री बढ़ाना चाहता हूं इसलिए मैं किसी और व्यक्ति की कुछ बेचने में मदद कर देता हूं और मेरी बिक्री बढ़ जाती है।  

मैं अपना NETWORK बढ़ाना चाहता हूं और मैं किसी और की NETWORK बढ़ाने में मदद कर देता हूं और जादू की तरह मेरा भी NETWORK बढ़ जाता हैं।

“ एक पुरानी कहावत है कि ईश्वर को कुछ नहीं चाहिए पर इंसानों को देना चाहिए ”  

इस बात को एक उद्धारण से समझते है, एक व्यक्ति जाड़े की ठंड में लकड़िया लेकर बैठा है और पास में ही धीमे-धीमे जल रहे चूल्हे पर चिल्ला रहा है। जब तुम मुझे गर्मी दोगे तब मैं तुम्हारे अंदर कुछ लकड़ियां डालूंगा । अब यहा पर ध्यान दीजिये जब तक वह आदमी चूल्हे की आग के अंदर और लकड़िया नही डालेगा उसे और अधिक गर्मी नही मिलेगी।   

इसी प्रकार जब पैसे, प्रेम, सुख, बिक्री और नेटवर्क की बात आती है तो हर व्यक्ति को यही याद रखने की जरूरत है कि जो आप चाहते हैं पहले आप से दे दें और यह कई गुना होकर आपके पास लौट आएगा। जब भी आपको लगे कि लोग आपको देखकर मुस्कुरा नही रहे तो आप उनकी तरफ देखकर आराम से मुस्कुराना और हेलो करना शुरू कर दे और जादू की तरह आपके आस-पास अचानक बहुत से  मुस्कुराने वाले लोग जमा जाते हैं। यह सच है कि आपकी दुनिया केवल आपका दर्पण है इसलिए आप जैसे दूसरों के सामने जैसे खुद को PRESENT करते है लोग आपको वैसा ही बना देते है।  

डॉ रोबोट बताते हैं कि हर व्यक्ति को अपने व्यवसाय या नौकरी में प्रशिक्षित होने के अलावा एक अच्छा सेल्समेन भी होना चाहिए। जब सेल्समैन शब्द हमारे सामने आता है तो हम लोग सोचते हैं कि हम सेल्समैन क्यों बने। क्योंकि हमारे पास मास्टर डिग्री है। हमने अपने प्रोफेशन के लिए पढ़ाई की है उसके बाद अपने काम मे महारथ हासिल करने के लिए कई सालों तक EXPERIENCE लिया है तो मै सेल्स की पढ़ाई क्यो करू। 

लेकिन यदि आप एक अच्छे प्रोफेशनल जैसे डॉक्टर, वकील, एडवोकेट है लेकिन फिर भी आपकी इनकम नहीं हो पा रही है तो इसका कारण यह है कि आप एक अच्छे सेल्समैन नहीं है। Salesman होने से मतलब है कि आप अपनी skills को लोगों के सामने बेच नही पा रहे है। इसका मतलब है आपको अपने काम की सेल्स करनी नहीं आ रही है।

यदि आप Sales सीख लेते हैं तो आपके लिए पैसा बनाना ज्यादा आसान हो जाएगा। क्योंकि ज्यादातर लोगों केवल ज्यादा कड़ी मेहनत करते है लेकिन Sales की पढ़ाई बहुत कम लोग करते है। 

अगले CHAPTER  मे डॉ रोबोट व्यक्ति की INCOME के बारे मे बात करते हुए बताते है कि व्यक्ति को तीन प्रकार की INCOME कमाने के OPTIONS होते है।
1. ACTIVE INCOME- इसे कमाने के लिए आप रोजाना ऑफिस जाते है या किसी कंपनी मे मजदूरी करते है। इसके लिए आपको रोजाना काम करना पड़ता है। लेकिन जब आप बीमार हो जाते है या किसी कारण काम नही कर पाते है तो यह income बंद हो जाती है। अधिकतर गरीब और मिडिल क्लास लोग इसी प्रकार की income कमाते है।      
      

2. PASSIVE INCOME- इस प्रकार की INCOME के लिए आपको रोजाना काम नही करना पड़ता है। आप केवल एक बार ऐसा काम करते है जिससे आपको कई सालो तक INCOME होती रहती है। उदहारण के लिए आप कोई BUSINEES, WEBSITE, YOUTUBE CHANNLE या RENT, ROYALTY, PATENT से INCOME प्राप्त करते है। इसमे आपको केवल एक बार मेहनत करनी होती है। उसके बाद यदि आप कही घूमने जाते है या कुछ दिनों के लिए बीमार पड़ जाते है तो भी यह INCOME बंद नही होती है।         

3. PORTFOLIO INCOME- इस प्रकार की INCOME SHARES ,BONDS,FIXED DEPOSIT  और MUTUAL FUNDS  इत्यादि से होती है। डॉ रोबोट कहते है कि अमीर लोग पैसे के लिए काम नहीं करते, वे पैसे से अपने लिए काम करवाते हैं मतलब PORTFOLIO और PASSIVE INCOME  के बारे में बात कर रहे थे। अधिकतर दुनिया के अमीर आदमी PORTFOLIO INCOME और  PASSIVE INCOME के जरिए ही अमीर बनते है न कि ACTIVE INCOME से। बिल गेट्स दुनिया के सबसे अमीर आदमी PORTFOLIO INCOME और PASSIVE INCOME से अमीर बन गए। वह एक्टिव इनकम के द्वारा अमीर नहीं बने।

SUMMARY –
1. खुद के लिए पहले बचाये। 
2. इनवेस्टमेंट करने से पहले खुद रिसर्च करे
3. UNSUCCESSFUL लोगो की न सुने
4. लेने से पहले देना सीखे
5. आपका दिमाग आपके लिये सबसे बड़ी संपत्ति है इसलिए दिमाग को तेज करने के लिये BOOKS पढे और SUCCEFULL लोगो के संपर्क मे रहे
6. अपने प्रॉफ़ेशन के साथ साथ SALES और मार्केटिंग की जानकारी भी हासिल करते रहे
7. ACTIVE INCOME के अलावा PASSIVE और PORTFOLIO INCOME बनाने की कोशिश भी करे  


How to reconcile party ledger in excel