Thursday 30 January 2020

होम लोन लेते समय ध्यान रखने योग्य बाते

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होम लोन लेते समय ध्यान रखने योग्य बाते 

दोस्तों हम सभी के दैनिक जीवन में कभी-कभी एक ऐसी स्तिथि आती है जब हमें अपने घर को बनाने के लिए पैसों की इतनी अधिक जरूरत होती है कि हम बैंक में लोन लेने के लिए जाते हैं और उस समय हमें बहुत सी बातों के बारे में नहीं पता होता है और लोन लेने के बाद हमें काफी नुकसान उठाना पड़ता है। कई लोगों को पूरी जानकारी ना होने के कारण इधर-उधर भटकना पड़ता है या कई लोग ऐसी जगह पर चले जाते हैं। जहां पर उनको ज्यादा ब्याज दर पर लोन लेना पड़ता है और उस लोन के EMI  चुकाते चुकाते उनका जीवन बीत जाता है। 
इस पोस्ट में मैं आपके साथ होम लोन के कुछ बेसिक टिप्स शेयर करूंगा। जिससे आपको होम लोन लेने में न सिर्फ आसानी होगी बल्कि आपको कम ब्याज दर पर लोन मिलेगा।  

1. मार्केट में उपलब्ध विकल्पों पर ध्यान दें - आप जब भी  होम लोन लेने के लिए जाते हैं तो सबसे दूसरे बैंकों में भी एक बार पता करें कि वहां पर होम लोन पर क्या ब्याज दर लगाई जा रही है.  कभी-कभी ऐसा भी होता है कि किसी एक बैंक की ब्याज दर दूसरे बैंक के ब्याज दर से कुछ कम होती है. यदि हम थोड़ा सी जांच पड़ताल कर लेते हैं तो इससे हमारे द्वारा लोन को चुकाने वाला अमाउंट काफी हद तक कम हो जाता है।

2. जल्दी में निर्णय ना ले - आप जब भी बैंक में लोन लेने के लिए जाते हैं तो वहां पर लोन लेने के लिए सभी दस्तावेजों की मांग की जाती है और उस समय किसी भी एक दस्तावेज़ के न होने पर जल्दबाज़ी मे उस बैंक को छोड़कर दूसरी जगह पर चले जाते हैं और वहां से लोन ले लेते हैं और ऐसा करने पर हमें कई बार ज्यादा ब्याज दर पर लोन लेना पड़ता है। इसलिए  बेहतर होगा कि लोन लेने से पहले अपने सभी दस्तावेज़ पूरा करे। 

3. इंटरेस्ट रेट, प्रोसेसिंग फीस और बैंक पेनल्टी के बारे में पूछ ले  सभी बैंको के चार्ज अलग अलग होते है। लोन लेने से पहले बैंक के लोन प्रोसेसिंग फीस , इंटरेस्ट और पेनल्टी चार्ज के बारे में पूछ ले। जिससे आपको लोन की EMI चुकाते समय ज्यादा परेशानी न उठानी पड़े और आपका बजट भी बना रहे। 

4. CIBIL SCORE को सुधारें – लोन लेने से पहले अपना सिबिल स्कोर चेक करें। मैंने अपने पिछले वीडियो में बता रखा है कि सिविल स्कोर किस प्रकार से चेक किया जाता है। यदि आपका क्रेडिट स्कोर 700 से 750 तक आता है तो आपको लोन बड़ी आसानी से मिल जाता है और इतना स्कोर होने पर बैंक आपको लोन देते समय उस पर कम ब्याज दर चार्ज करते हैं।  
लेकिन यदि आपका सिविल स्कोर कम है तो सबसे पहले अपने सिबिल स्कोर को ठीक करें। हो सकता है आपने कोई पुराना लोन या क्रेडिट कार्ड की पेमेंट होल्ड कर रखी हो तो पहले उसे चुका दें। जिससे आपका सिविल स्कोर बढ़ जाए।

5.लोन को ट्रांसफर करने की सुविधा - बैंक के अंदर लोन को ट्रांसफर करने की सुविधा भी दी जाती है. यदि लोन लेने के बाद आपको ऐसा लग रहा है कि यहां पर आपको लोन पर ज्यादा ब्याज दर चार्ज की जा रही है तो आप अपने लोन को किसी दूसरे बैंक मे भी ट्रांसफर करवा सकते हैं। लेकिन ट्रांसफर करवाने से पहले आप बैंक के सभी चार्ज पूछ ले ताकि आपको नुकसान ना हो।

6. प्रीपेमेंट की सुविधा  – कई बार ऐसा भी होता है कि हम अपने लोन को समय से पहले चुकाने में सक्षम होते हैं जैसे हमें बोनस, ग्रेजुएटी या प्रोविडेंट फ़ंड, एरियर इत्यादि का पैसा मिल जाता है और हम यह चाहते हैं कि हमारा लोन जल्दी समाप्त हो जाए ताकि हमें ज्यादा ब्याज ना चुकाना पड़े। तो इसके लिए हमे लोन लेते समय प्रीपेमेंट का ऑप्शन लेना होता है जिससे भविष्य में हम लोन को समय अवधि से पहले भी चुका सके। 

7. लोन लेते समय इंश्योरेंस प्लान भी ले -  बड़ी राशि वाला लोन लेते समय लोन का इंशोयरंस प्लान भी साथ मे ले। यदि भविष्य में आपकी मृत्यु हो जाती है तो लोन का बोझ आपके परिवार के ऊपर ना आए। यदि आपने लोन इंश्योरेंस पॉलिसी ले रखी होगी तो आपका लोन इंश्योरेंकंपनी के द्वारा चुका दिया जाएगा और आपके परिवार पर किसी प्रकार का आर्थिक बोझ नहीं पड़ेगा।

8. लोन लेते समय फिक्सरेट, फ्लोटिंग रेट और फ्लेक्सी इंटरेस्ट रेट - बैंकों के अंदर फिक्सरेट, फ्लोटिंग रेट और फ्लेक्सी इंटरेस्ट रेट के पर लोन दिया जाता है। आप लोन लेते समय आप इन तीनों के बारे में जरूर पूछें।  

फिक्सड रेट ऑफ इंटरेस्ट प्लान इसमे बैंक के अंदर आपको फिक्सरेट ऑफ इंटरेस्ट पर लोन दिया जाता है। आप जिस भी अवधि के लिए लोन लेते हैं वहां पर एक फिक्स्ड इंटरेस्ट से आपको लोन की EMI देनी होती है। लोन देने के बाद बीच में कोई भी बदलाव नहीं किया जा सकता है। बाद में यदि RBI LOAN  के रेट ऑफ इंटरेस्ट में बदलाव करता है तो आपके लोन ईएमआई पर कोई फर्क नहीं पडेगा। आपकी जो लोन EMI एक बार तय कर दी जाती है वही EMI आपको लोन के पूरा होने के अंत समय तक देनी होती है। 

फ्लोटिंग रेट ऑफ इंटरेस्ट प्लान - इसमें आपके लोन का रेट ऑफ इंटरेस्ट घटता बढ़ता रहता है। फ्लोटिंग रेट भी आरबीआई के द्वारा ही तय होते हैं। लेकिन एक सर्वे के अनुसार यह पता चला है कि फ्लोटिंग रेट पर लोन लेना ज्यादा फायदेमंद होता है क्योंकि फ्लोटिंग रेट फिक्सरेट से 1 या 2 परसेंट कम ही होता है।

फ्लेक्सी रेट ऑफ इन्टरेस्ट प्लान – यह प्लान फ़िक्स्ड और फ्लोटिंग से मिलकर बनता है। इसमे शुरुआत मे कुछ समय तक फ़िक्स्ड रेट से इन्टरेस्ट लगाया जाता है और बाद मे फ्लोटिंग रेट ऑफ इंटरेस्ट लगाया जाता है। इस प्लान की खासियत यह है कि इसमे ग्राहक अपनी सुविधानुसार फ़िक्स्ड या फ्लोटिंग मे बदलाव कर सकते है। 


9. नियम व शर्तें पढ़ें - लोन लेते समय आप लोन के सभी डाक्यूमेंट्स को सही प्रकार से पढ़ें। क्योंकि लोन के नियम व शर्तें इतने छोटे-छोटे अक्षरों में और वित्तीय भाषाओं में लिखे होते हैं कि लोग ठीक से समझ ही नहीं पाते हैं। जिससे बाद में उनको परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसलिए लोन लेते समय सभी नियम और शर्तों को ध्यानपूर्वक पढ़ें। यदि कुछ नहीं समझ में आ रहा है तो उसे बैंक अधिकारी से पूछ ले।

10.इमरजेंसी फंड- आप हमेशा एक इमरजेंसी फंड बनाकर रखें। इमरजेंसी फंड के अंदर इतना पैसा रखे कि आपका मंथली बजट और 6 महीने की EMI का अमाउंट हो। क्योंकि भविष्य मे किसी कारण आपकी नौकरी चली जाती है तो आप उस इमरजेंसी फंड से लोन की ईएमआई भर सकें और आपका मंथली बजट खराब ना हो

10 Things to know Before Home Loan होम लोन लेते समय ध्यान रखने वाली 10 बाते


दोस्तों हम सभी के दैनिक जीवन में कभी-कभी एक ऐसी स्तिथि आती है जब हमें अपने घर को बनाने के लिए पैसों की इतनी अधिक जरूरत होती है कि हम बैंक में लोन लेने के लिए जाते हैं और उस समय हमें बहुत सी बातों के बारे में नहीं पता होता है और लोन लेने के बाद हमें काफी नुकसान उठाना पड़ता है। कई लोगों को पूरी जानकारी ना होने के कारण इधर-उधर भटकना पड़ता है या कई लोग ऐसी जगह पर चले जाते हैं। जहां पर उनको ज्यादा ब्याज दर पर लोन लेना पड़ता है और उस लोन के EMI चुकाते चुकाते उनका जीवन बीत जाता है। इस विडियो में आपके साथ होम लोन के कुछ बेसिक टिप्स शेयर करूंगा। जिससे आपको होम लोन लेने में न सिर्फ आसानी होगी बल्कि आपको कम ब्याज दर पर लोन मिलेगा।

Sunday 26 January 2020

क्रेडिट कार्ड बनवाना चाहते है तो इन बातों को जान ले


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क्रेडिट कार्ड बनवाना चाहते है तो इन बातों को जान ले 

दोस्तों यदि आप क्रेडिट कार्ड बनवाना चाहते है तो क्रेडिट कार्ड को आप ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीको से ले सकते है। लेकिन क्रेडिट कार्ड लेने के लिए वह कौन सी बातें अथवा कौन से डॉक्युमेंट्स है जो कि आपके पास होने चाहिए। उन सभी के बारे मे हम इस विडियो मे जानेंगे। जिससे आपको क्रेडिट कार्ड लेने मे आसानी हो

1.  CIBIL SCORE - यदि आप क्रेडिट कार्ड बनवाना चाहते हैं तो इसके लिए आपका CIBIL SCORE अच्छा होना चाहिए। सिबील स्कोर एक प्रकार का क्रेडिट स्कोर होता है जो कि बैंक मे हमारे लेनदेन के आधार पर तय होता हैं। 700 से 750 तक का क्रेडिट स्कोर बहुत अच्छा माना जाता है। इतना स्कोर होने पर आप बैंक मे डी आसानी से क्रेडिट कार्ड ले सकते हैं।

2. AGE – CREDIT CARD को लेने के लिए आपकी आयु 18 साल से कम नहीं होनी चाहिए। यदि आपकी आयु 18 साल तक हो चुकी है तो आप क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई कर सकते हैं।  

3.PERMANENT JOB- आप जब भी क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करते हैं तो वहां पर यह भी देखा जाता है कि आप कहां पर जॉब करते हैं। यदि आप किसी अच्छी कंपनी मे परमानेंट जॉब करते है और एक निश्चित तारीख पर आपकी सैलरी अकाउंट में आती रहती है तो आपको क्रेडिट कार्ड लेने में आसानी होती है।  

4. SALARY LIMIT - कई बैंकों के अंदर क्रेडिट कार्ड के लिए SALARY LIMIT  रखी हुई होती है। अक्सर बैंको मे मिनिमम 20,000 रुपये तक की सैलरी लिमिट होती है। यदि आपकी मंथली सैलरी 20000 रुपये तक होती है तो आपको क्रेडिट कार्ड मिल सकता है। इसके लिए बेहतर होगा कि आपका जिस बैंक में सैलरी अकाउंट है। आप उसी बैंक मे जाकर क्रेडिट के लिए अप्लाई करें।

5.SALARY  SILIP - यदि आप किसी दूसरे बैंक का क्रेडिट कार्ड लेना चाहते हैं तो वहां पर आप अपनी  सैलरी स्लिप दिखाकर भी क्रेडिट कार्ड ले सकते हैं।  

6. PORTFOLIO INCOME- यदि आपकी सैलरी 20,000 रुपये से कम है, लेकिन आप जॉब के अलावा किसी  दूसरे सोर्स से भी पैसे कमाते है और वो पैसे आपके बैंक अकाउंट में आते है जैसे कुछ लोग म्यूच्यूअल फंड और शेयर मार्केट में इन्वेस्ट करते हैं। जहां से उनको इंटरेस्ट मिलता है जिससे उनका बैंक के अकाउंट में 40 से  50 हजार तक का मंथली बैलेंस मेंटेन रहता है तो बैंक ऐसे व्यक्ति को क्रेडिट कार्ड दे सकते हैं। क्योंकि इससे बैंक को यह महसूस होता है कि यह व्यक्ति क्रेडिट कार्ड की पेमेंट देने में सक्षम है।   

7. लोन EMI आप जब भी बैंक में क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई करते हैं तो वहां पर सबसे पहले यह देखा जाता है कि आपने किन-किन बैंकों से लोन ले रखे हैं। यदि आपने कई बैंकों से लोन ले रखे हैं और आपकी सैलरी का 60% से अधिक अमाउंट लोन की ईएमआई देने में ही चला जाता है तो ऐसी स्थिति में आप बैंक से क्रेडिट कार्ड नहीं ले सकते हैं। क्योंकि इससे बैंक को ऐसा लगता है कि आप क्रेडिट कार्ड की पेमेंट को चुकाने में असमर्थ होंगे।

8. FIXED DEPOSIT- यदि आपका बैंक में क्रेडिट स्कोर कम है तो भी आप क्रेडिट कार्ड ले सकते हैं।  लेकिन उसके लिए बैंक में आपका FIXED DEPOSIT  होना चाहिए । आपका जितना भी फिक्स डिपॉजिट होता है उस फ़िक्स्ड डिपॉज़िट के 80 से 85 परसेंट अमाउंट की लिमिट तक आपको क्रेडिट कार्ड मिल जाता है।

उदाहरण के तौर पर यदि आपने किसी बैंक में 1,00,000 रूपये फ़िक्स्ड डिपॉज़िट मे  रखे हुए हैं तो आपको 85000 रूपये तक की लिमिट का क्रेडिट कार्ड मिल सकता है। लेकिन यह ध्यान रहे कि यह क्रेडिट कार्ड आपके फिक्स डिपॉजिट अमाउंट पर ही मिलता है। यदि आप किसी कारणवश क्रेडिट कार्ड की पेमेंट नहीं करते हैं तो बैंक आपके फ़िक्स्ड डिपॉज़िट अमाउंट से पेनल्टी के साथ क्रेडिट की पेमेंट काट लेता है।

दोस्तो यहाँ पर जाना की क्रेडिट कार्ड के लिए किन बातों का होना आवश्यक होता है और यदि आप क्रेडिट कार्ड लेने की सोच रहे है तो आपको एक बात का हमेशा ध्यान रखना है कि क्रेडिट कार्ड लेने के बाद क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल सावधानी से करे और क्रेडिट कार्ड की पेमेंट due date से पहले ही कर दे। क्योंकि यदि आप क्रेडिट कार्ड के लेट पेमेंट करते हैं तो आपको 30 से 40 परसेंट एक्स्ट्रा रुपये चुकाने पड़ते हैं और लेट पेमेंट करने पर हमारा cibil score खराब हो जाता है। जिससे भविष्य मे लोन लेने मे बहुत दिक्कत होती है।    

यदि आप क्रेडिट कार्ड का सही तरह से उपयोग करें तो इसके बहुत से फायदा उठा सकते हैं। लेकिन यदि क्रेडिट कार्ड का यूज करने में जरा सी भी लापरवाही बरती जाए तो बहुत नुकसान भी हो सकता है और कर्ज़ों के जाल में फस सकते हैं। 

Friday 24 January 2020

What is the Eligibility for Credit Cards II जानिए कैसे मिलेगा क्रेडिट कार्ड


यदि आप क्रेडिट कार्ड बनवाना चाहते है तो क्रेडिट कार्ड को आप ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों तरीको से ले सकते है। लेकिन क्रेडिट कार्ड लेने के लिए वह कौन सी बातें अथवा कौन से डॉक्युमेंट्स है जो कि आपके पास होने चाहिए। उन सभी के बारे मे हम इस विडियो मे जानेंगे। जिससे आपको क्रेडिट कार्ड लेने मे आसानी हो ।

How to reconcile party ledger in excel