Friday, 6 July 2018

दिल्ली बुरारी कांड में पुलिस ने कुछ अहम सबूतों के जरिये सुलझायी गुत्थी

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दिल्ली बुरारी कांड में पुलिस ने कुछ अहम सबूतों के जरिये सुलझायी गुत्थी 

दिल्ली के बुराड़ी कांड में 11 लोगों की एक ही घर में हत्या ने पूरी दिल्ली को हिला कर रख दिया है. जिस प्रकार दिल्ली के बुराड़ी कांड में 11 लोगों की एक ही घर में हत्या ने पूरी दिल्ली को हिला कर रख दिया है. जिस प्रकार एक ही घर में 11 लोगों ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली इससे वहां के लोगों में एक भय का माहौल बना हुआ है. जैसे ही पुलिस को इस बात की सूचना मिली पुलिस की पूरी टीम इस कांड की गुत्थी को सुलझाने में लग गई. पुलिस की लाख कोशिशों के बावजूद भी यह केस उलझता ही जा रहा था. क्योंकि इस हत्या में ऐसा कोई भी शख्स नहीं था जिस पर कि शक किया जा सके.

इसके बाद पुलिस ने क्राइम ब्रांच की सहायता ली. जब क्राइम ब्रांच ने गहराई से इस केस की छानबीन की तो पता चला कि इस परिवार के सभी लोग धार्मिक अन्धविश्वास प्रवृत्ति के थे. इस परिवार के सभी लोग ज्योतिष और आत्मा पर विश्वास रखते थे. इस घर का छोटा बेटा ललित अपने पिता से बातें किया करता था. पिता के साथ हुई सारी बातों को वह एक डायरी मे लिखा करता था. जबकि उसके पिता गोपाल दास कि 2 साल पहले ही मौत हो चुकी थी. यह भी बताया जाता है कि बेटे ललित की एक हादसे में आवाज चली गई थी. लेकिन एक दिन अचानक से उसकी आवाज वापस लौट कर आ गई और वह एक सामान्य आदमी की तरह बातचीत करने लगा. उसने इस बात का पूरा श्रेय अपने पिता गोपाल दास को दिया. उसने बताया कि उसके पिता ने सपने में आकर उसको कुछ मंत्रों का उच्चारण करने के लिए बोला था. उन्हीं मंत्रों के प्रभाव से उसकी आवाज़ वापस आ गई है. इस घटना के बाद परिवार के सभी लोग ललित को बहुत मानते थे. परिवार के सदस्यों का कहना था कि ललित के अंदर उनके पिता की आत्मा आती है. उसके बाद ललित जो भी परिवार वालों से कहता था परिवार के सभी लोग उसकी बातों को अपने पिता की आज्ञा समझकर पालन करते थे.

क्राइम ब्रांच के हाथों ललित की डयारी में कुछ ऐसे पन्ने मिले हैं. जिसमें ललित ने इन सब की मृत्यु का समय और विधि लिखी हुई थी. इन सब बातों यह साबित हो जाता है कि मोक्ष की प्राप्ति के लिए ललित ने सभी को ऐसा करने के लिए कहां हो. उसके बाद परिवार के सभी लोगों ने डायरी में लिखी विधि के अनुसार खुद को फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. यह भी बताया जाता है कि ललित की भांजी प्रियंका मांगलिक थी. जिसकी वजह से उसकी कहीं शादी नहीं हो पा रही थी. एक दिन ललित के पिता ने सपने में आकर ललित को एक विशेष प्रकार की पूजा प्रियंका को करने के लिए कहा जब ललित ने प्रियंका को यह बात बताई तो प्रियंका ने विधि अनुसार कार्य किया. उसके बाद ललिता की भांजी प्रियंका का रिश्ता तय हो गया. इन सभी घटनाओं से ललित के प्रति सभी लोगों का अटूट विश्वास बन गया था. इसलिए इस हत्याकांड मे  ललित को मास्टरमाइंड माना जा रहा है. बताया जा रहा है कि ललित ने सबसे पहले परिवार के सभी लोगों को मोक्ष प्राप्ति के लिए सुसाइड करने के लिए कहा उसके बाद उसने खुद को भी फांसी लगा ली.

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