प्लास्टिक थैलिया: हम जब भी कभी बाजार जाते हैं तो प्लास्टिक से बनी थैलियों का इस्तेमाल करते हैं. प्लास्टिक से बनी थैलियां हमारे पर्यावरण को जानलेवा बना रही हैं.क्योंकि इन थैलियों का इस्तेमाल करने के बाद लोग इन्हें फेंक देते हैं. जब इन्हें फेंका जाता है तो यह एक जगह पर पड़ी रहती हैं और पशु इन थैलियों के अंदर पड़े सामान को खाते समय इन थैलियों को भी अंदर ही निगल जाते हैं. यह थैलिया जानवरों के अंदर आंतों के कैंसर का रोग पैदा करती है.जिससे कुछ समय बाद ही जानवरों की मृत्यु हो जाती है. एक सर्वे के अनुसार पता चला है कि हमारे देश में लाखों गाय इन थैलियों की भेंट चढ़ जाती हैं. अगर इन थैलियों को जलाकर नष्ट करे तो इनमे से जहरीली गैस निकलती है जो हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत हानिकारक है. इसलिए हमें इन प्लास्टिक से बनी थैलियों का अपने जीवन में बहुत कम उपयोग करना चाहिए.
पानी : पानी का हमारे जीवन में महत्वपूर्ण योगदान है.लेकिन इस पानी को भी बुरी तरह से गंदा किया जा रहा है. कई सार्वजनिक स्थानों पर लोग नल खुला छोड़ देते हैं.जिस से पानी बहता रहता है. लोगों की इस लापरवाही की वजह से आज हमारे देश में बहुत से ऐसे स्थान है. जहां पर लोगों को पानी के लिए घंटों लाइन में लगे रहना पड़ता है.
वृक्ष: पर्यावरण को स्वच्छ रखने में वृक्षों का बहुत योगदान है. लेकिन इंसान के द्वारा इन वृक्षों की लगातार कटाई की जा रही है. वृक्षों से हमें प्राण वायु मिलती है. भारत के अंदर यदि प्रत्येक आदमी एक वृक्ष भी अपने घर में लगाएं तो प्रदूषण को काफी मात्रा में कम किया जा सकता है. इसलिए वृक्षों को मत करो नष्ट वरना सांस लेने में होगा कष्ट.
प्रलय के संकेत: हमारा पर्यावरण जलवायु और पृथ्वी तत्वों से मिलकर बना हुआ है. लेकिन मानव के द्वारा इन तीनों का बुरी तरह से दुरुपयोग किया जा रहा है.यही कारण है कि शहरों में अक्सर बाढ़, मृदा अपरदन और भयंकर आंधी तूफान की स्थिति बनी हुई है.
आप सभी से निवेदन है कि पर्यावरण को स्वच्छ रखने में अपना योगदान दें और अधिक से अधिक पेड़ पौधे लगाएं. आप इस पोस्ट को लाइक और शेयर करके हमारी इस कोशिश में अपना योगदान दे. पर्यावरण को स्वच्छ बनाने के लिए क्या करना चाहिए आप कमेंट करके अपनी राय जरूर दे.
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