38 दिनों से फरार हनीप्रीत को पकड़ लिया गया है.पूछताछ के दौरान पता चला कि हनीप्रीत को छिपने में उसकी सहयोगी सुखविंदर कौर ने मदद की थी.हनीप्रीत भटिंडा में सुखविंदर कौर के घर में छुपी हुई थी.जब कभी हनीप्रीत को बाहर जाना होता था.तब सुखविंदर कौर हनीप्रीत की गाड़ी चलाती थी.हनीप्रीत लगभग 30 लोगों के संपर्क में थी.उनसे संपर्क बनाए रखने के लिए 15 इंटरनेशनल मोबाइल नम्बरों का उपयोग किया था. उन नंबरों से वॉइस कॉल करती थी ताकि आसानी से मोबाइल कॉल को ट्रेस ना किया जा सके. हरियाणा पुलिस की एसआईटी टीम हनीप्रीत को उन सभी ठिकानों पर ले कर जाने वाली है. जहां पर वह छिपी हुई थी उसकी सहयोगी सुखविंदर कौर के घर पर छापा मारा गया.पुलिस उन सभी लोगों की खोज में लगी हुई है जिन लोगों ने हनीप्रीत को छिपने में सहायता की थी.हनीप्रीत ने सिरसा और राजस्थान की ID वाले नंबरों से भी लोगों से संपर्क साधा हुआ था.लगभग 15 से ज्यादा मोबाइल नंबरों के द्वारा वह लोगों के संपर्क में बनी हुई थी.हनीप्रीत 25 अगस्त से ही पवन, आदित्य और रोहताश के संपर्क में बनी हुई थी.वह उनसे व्हाट्स एप्प पर वॉइस कॉलिंग करती थी ताकि कोई भी आसानी से उसकी कॉल को ट्रेस ना कर सके.
लगभग 9 घंटे की लगातार पूछताछ के बाद हनीप्रीत ने उन में से कुछ लोगों का नाम बताया जिनसे उसने संपर्क साधा हुआ था. अब हरियाणा पुलिस हनीप्रीत को लेकर उन सभी ठिकानों पर जाएगी जहां पर वह उन लोगों से मिलती थी. पुलिस पूछताछ के दौरान हनीप्रीत ने सीने में दर्द की शिकायत बताई और खुद को माइग्रेन की बीमारी से पीड़ित बताया.पुलिस के द्वारा डॉक्टरों की टीम से उसका चेकअप करवाया गया तो डॉक्टरों ने हनीप्रीत को बिल्कुल ठीक-ठाक बताया.हनीप्रीत अब यह दावा कर रही है कि वह पंजाब हाई कोर्ट में जाकर अपील करेगी और खुद को और गुरमीत राम रहीम को बेगुनाह साबित करेगी.
आप सभी हनीप्रीत और गुरमीत राम रहीम के बारे में अपनी राय जरूर दें ताकि सच्चाई सबके सामने आ सके.
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